'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'हासिल' जैसी बेहतरीन फिल्में बना चुके तिग्मांशु धूलिया आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। भास्कर से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इस साल जन्मदिन पर अपने करीबी दोस्त इरफान खान को बेहद याद कर रहे हैं। दोनों अक्सर साथ में परिवार के साथ आउटिंग किया करते थे। साथ ही तिग्मांशु ने अपने कुछ यादगार किस्से सुनाए हैं।
बर्थडे पर मिला है सबसे अच्छा गिफ्ट
दरअसल 2016 में मैंने एक फिल्म बनाई थी 'यारा 'और इस फिल्म को बनाने के पीछे मेरा गुस्सा था क्योंकि उसके पहले मैंने 'बुलेट राजा' नामक फिल्म बनाई थी जो फ्लॉप हो गई थी। मैंने गुस्से में डिसाइड किया कि मैं यारा बनाऊंगा। अब फिल्म बन कर रेडी हो गई लेकिन 4 साल से वह रिलीज नहीं हो रही थी। अब फिल्म का टीजर रिलीज किया गया है और फिल्म इस महीने के अंत तक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो जाएगी। तो कहीं ना कहीं मेरे लिए यह बहुत स्पेशल फीलिंग है और क्योंकि यह बर्थडे के पहले हुआ है तो मैं इसे अपना सबसे स्पेशल बर्थडे मानता हूं और साथी इस फिल्म को लेकर बहुत एक्साइटेड हूं।
कभी-कभी मेरा बर्थडे भूल जाया करते थे इरफान खान
सच कहूं तो हम पुरुषों को डेट्स वगैरह ज्यादा याद नहीं रहती। जैसे मुझे इरफान खान के बर्थ डेट याद नहीं है, जनवरी में कहीं आता है, वैसे ही इरफान को भी मेरी बर्थ डेट याद नहीं था। वह तो सुतापा भाभी उन्हें याद दिलाया करती थीं और फिर वे कॉल करके विश करते थे। इरफान से मेरा रिश्ता अनूठा ही था, एक दूसरे के लिए कभी शायद बर्थडे पर केक वगैरह नहीं लिया लेकिन हां एक दूसरे को तोहफे में किताबें दी थीं। हमारा तीन- चार साथियों का ग्रुप हुआ करता था जहां हम सब अपनी फैमिली को लेकर आते थे और साथ में खाना बनाते थे। मुझे हमेशा पता होता है कि मेरे दोस्त जन्मदिन पर मेरे घर आ जाएंगे इसीलिए मैं हमेशा खाना रेडी रखता था।
इस जन्मदिन पर मिस करूंगा अपने यार इरफान खान को।
मैं और इरफान खान अक्सर जंगलों में घूमना बहुत पसंद करते थे। हम कई बार अपनी फैमिली को लेकर कॉर्बेट नेशनल पार्क या पहाड़ों पर छुट्टियां मनाने निकल जाया करते थे। इरफान को मेरी साहिब बीवी और गैंगस्टर फिल्म बहुत पसंद आई थी तब मुझे फोन करके मेरे जन्म की और मेरे काम की दोनों की बहुत तारीफ की थी और इसीलिए इस फिल्म के दूसरे पार्ट में मैंने उन्हें भी कास्ट किया था।
लॉकडाउन में बन गया हूं शेफ
दरअसल अब मुझे खाना बनाने का शौक हमेशा से था लेकिन इस लॉकडाउन में खाना बनाने की जिम्मेदारी सिर्फ मेरी है। तो जहां पहले मैं कभी पास्ता बना दिया करता था वहां आज कढ़ी चावल राजमा सभी कुछ बनाता हूं और लगता है कि इस लॉकडाउन के वक्त में मैं एक शेफ बन चुका हूं।
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