सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' का प्रीमियर 24 जुलाई को ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर हुआ। ट्रेड एनालिस्ट्स के मुताबिक, तीन दिन में ही इस फिल्म को 7.5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा। कोरोनाकाल में किसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई ये दूसरी बड़ी फिल्म है। इससे पहले अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की गुलाबो-सिताबो भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई थी।
पिछले चार महीने में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर न सिर्फ यूजर बढ़े हैं बल्कि पर यूजर्स टाइम स्पेंड भी बढ़ा है। लोग मूवी देखने में सबसे ज्यादा समय खर्च कर रहे हैं। अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर आने वाली ओरिजिनल सीरीज देखने वाले लोगों में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है।
कोरोनाकाल में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर 83% ज्यादा समय दे रहे लोग
इन्वेस्ट इंडिया की रिपोर्ट बताती है कि कोरोनाकाल में अमेजन प्राइम, नेटफ्लिक्स और डिज्नी प्लस हॉटस्टार जैसे ओटीटी प्लेफॉर्म्स पर यूजर्स का टाइम स्पेंड 82.63% बढ़ा है। इसी दौरान यू-ट्यूब जैसे फ्री एक्सेस प्लेटफॉर्म पर देश के लोगों ने 20.5% ज्यादा समय खर्च किया।
लॉकडाउन की शुरुआत में ही 13% व्यूज बढ़े
2020 के पहले तीन महीने में भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को 30 हजार करोड़ व्यूज मिले। 2019 के अंतिम तीन महीनों यानी अक्टूबर से दिसंबर 2019 के मुकाबले ये 13% ज्यादा है। ये आंकड़े उस वक्त तक के हैं, जब कोरोनावायरस शुरुआती दौर में था और देश में लॉकडाउन की शुरुआत ही हुई थी। जब 2020 के दूसरे तीन महीनों यानी, अप्रैल, मई और जून के नतीजे आएंगे तो ये आंकड़ा और बड़ा हो सकता है।
लॉकडाउन में जी-5 के सब्स्क्राइबर सबसे ज्यादा 80% बढ़े, अमेजन प्राइम दूसरे नंबर पर
मार्केट रिसर्च वेबसाइट वेलोसिटी एमआर की एक स्टडी के मुताबिक, 25 मार्च से 8 जून के बीच जी ग्रुप के ओटीटी प्लेटफॉर्म जी-5 के 80% सब्स्क्राइबर बढ़े। वहीं, अमेजन प्राइम वीडियो को 67% नए यूजर मिले। नेटफ्लिक्स के सब्स्क्राइबर भी इस दौरान 65% बढ़े हैं। ऑल्ट बालाजी को भी 60% नए सब्स्क्राइबर लॉकडाउन के दौरान मिले।
स्पोर्ट्स टेलीकास्ट बंद होने से इसे देखने वाले दर्शक घटे
लॉकडाउन के कारण खेल गतिविधियां बंद हैं। इसका असर ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी दिखा। स्पोर्ट्स टेलीकास्ट देखने वाले दर्शक और उनका समय दोनों लगभग शून्य पर पहुंच गया। टीवी सीरियल्स की शूटिंग बंद होने के कारण टीवी शो देखने वाले दर्शक भी घटे। इस वजह से सिंडिकेटेड कंटेंट के यूजर्स में 44% की कमी आई।
ओटीटी प्लेटफॉर्म अगले तीन साल में 12 हजार करोड़ का मार्केट होगा
2018 तक भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का मार्केट 2150 करोड़ रुपए का था। 2019 के अंत में ये बढ़कर 2185 करोड़ रुपए का हो गया। यानी, एक साल में 35 करोड़ का इजाफा। इसके बाद भी एकाउंटिंग फर्म प्राइसवाटर हाउस कूपर्स ने 2023 तक इस मार्केट के 11 हजार 977 करोड़ रुपए का होने का अनुमान लगाया था। लेकिन, कोरोनाकाल में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को तेजी से यूजर मिले हैं। इससे ये आंकड़ा और बढ़ सकता है।
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